आर्च ड्यूक

अद्‌भुत भारत की खोज
Bharatkhoj (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित ०९:३२, १६ जून २०१८ का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
चित्र:Tranfer-icon.png यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
लेख सूचना
आर्च ड्यूक
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1
पृष्ठ संख्या 430
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पाण्डेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1964 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक डॉ. मुहम्म्द अज़हर असगर अंसारी

आर्च ड्यूक आस्ट्रिया के राजपरिवार का नाम। मध्यकालीन यूरोप में यह उपाधि बहुत ही कम लोगों को मिली। आर्च डयूक पालीतीन की उपाधि सबसे पहले डयूक रेडोल्फ चतुर्थ ने धारण की। उन्होंने यह पद अपनी मुहरों पर खुदवाया और अपने फर्मानों में भी लिखा। वे इस उपाधि का प्रयोग उस समय तक करते रहे जब तक चार्ल्स चतुर्थ ने उन्हें मना नहीं कर दिया। कानून के अनुसार यह पद हैब्सबर्ग के राजपरिवार को उस समय मिला जब 1453 ई. फ्रेडरिक तृतीय ने अपने पुत्र मैक्समिलन और उसके वंशजों को आस्ट्रिया के आर्च डयूक का पद दिया।


टीका टिप्पणी और संदर्भ